Bokaro: विधवा आदिवासी महिला को दिया जान से मारने की धमकी, एसपी से लगाई गुहार, एक अभियुक्त पांच महीने से फरार
Bokaro: बोकारो जिले के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत नारायणपुर प्रखंड के चौरा बस्ती निवासी स्वर्गीय सुरेश कुमार मुर्मू की विधवा सावित्री देवी ने बोकारो एसपी को आवेदन देकर अपने व अपने परिवार वालों की जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई है। एक अभियुक्त पांच महीने से है फरार।
रिपोर्ट : आर साहनी
न्यूज इंप्रेशन
Bokaro: बोकारो जिले के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत नारायणपुर प्रखंड के चौरा बस्ती निवासी स्वर्गीय सुरेश कुमार मुर्मू की विधवा सावित्री देवी ने बोकारो एसपी को आवेदन देकर अपने व अपने परिवार वालों की जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई है। एसपी को दिए आवेदन में उन्होंने बताया है कि इसी वर्ष 15 मई को मेरे स्व. पति सुरेश कुमार मुर्मू व परिवार के सदस्यों द्वारा बोकारो पुलिस प्रशासन व बोकारो एसपी को लिखित रूप से अपनी सीएनटी एक्ट जमीन व अपनी रक्षा की गुहार लगाई थी। उक्त जमीन लूट और अपने जानमाल की क्षति होने की घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी दी गई थी। बावजूद उसके बीते 24 मई को अपराधियों ने सुरेश कुमार मुर्मू की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
हत्याकांड का एक आरोपी अमित है फरार
इस हत्याकांड में संलिप्त दो पुलिसकर्मी सुखवंत सिंह व अमित कुमार सिंह को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया है। घटना के बाद पुलिस ने अग्रतर कार्रवाई करते हुए सुखवंत सिंह को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। वहीं, अमित कुमार अब भी फरार चल रहा है। सावित्री देवी ने अपने आवेदन में लिखा है कि 29 सितंबर को करीब 12 बजे उक्त घटना में नामजद पुलिसकर्मी अमित कुमार मोटरसाइकिल से आकर केस उठाने का दबाव दिया।
9 अक्टूबर की रात घर पर पहुंचा
पुनः 9 अक्टूबर को रात्रि लगभग साढ़े 11 बजे स्कॉर्पियो संख्या जेएच09एडब्ल्यू-4694 से उमर शेख, इम्तियाज खान, आमिर खान मेरे घर आए और कमर से पिस्तौल निकाल कर गाली-गलौज के साथ धमकी देते हुए कहा कि केस उठा लो, हम लोगों के खिलाफ दिए गए बयान वापस ले लो। प्रशासन में भी मेरे लोग हैं, तुम तो समझ ही सकती हो। सावित्री ने बताया कि उनके पति का हत्यारा उमर शेख ने साफ कहा है कि हमलोग अपने अनुसार पुलिस से उक्त केस डायरी लिखवा रहे हैं। तुमलोग हमलोगों के खिलाफ बयान देना बंद करो, अन्यथा परिवार को सुरेश मुर्मू की तरह जान गवाना पड़ेगा। प्रशासन द्वारा अभी तक अपराधिक घटना में प्रयोग किए गए वाहनों को जब्त नहीं किया गया हैं। प्रशासन द्वारा गिरफ्तार नहीं करने से उक्त अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। परिणामस्वरूप पुनः उक्त अपराधी अन्य अपराधिक घटना को अंजाम देने के फिराक में लगे हुए हैं। प्रशासन को सूचना देने के बाद भी मेरे पति की हत्या कर दी गई है और इसके हत्यारों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। जो प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा है।
एसपी ने किया था थाना प्रभारी को सस्पेंड
बतातें चलें कि घटना के समय पिण्ड्राजोड़ा के थाना प्रभारी रहे अंकित पांडे को सस्पेंड कर दिया गया था। सावित्री देवी ने एसपी से आग्रह की है कि एक विशेष टीम का गठन कर उक्त अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए। अन्यथा मेरे पति के उक्त हत्यारे हमलोगों का हत्या करने में सफल हो जाएंगे। वहीं, उन्होंने बताया है कि उक्त मामले की अनुसंधानकर्ता पुलिस उपाधीक्षक पूनम मिंज को घटना से संबंधित गवाही का वीडियो फुटेज, साक्ष्य व संबंधित प्रमाण मुहैया कराया गया है।
16 अक्टूबर को दिया आवेदन
विधवा सावित्री देवी ने बोकारो एसपी के अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री, झारखंड के पुलिस निदेशक, उपमहानिरीक्षक, कोयला क्षेत्र बोकारो, धनबाद, बोकारो उपायुक्त व चास अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन की प्रति दी है।
सवाल
-क्या बोकारो पुलिस जानमाल की रक्षा कर पाएगी या सुरेश मुर्मू की तरह आवेदन देने के बावजूद हो जाएगी हत्या ?
-पुलिस क्यों नहीं अब तक सुरेश मुर्मू हत्या में इस्तेमाल किए गए वाहन को जब्त कर पाई है ?
-पुलिस क्यों नहीं हत्या में शामिल अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पाई है ?