Bokaro : जरीडीह थाना क्षेत्र के अराजू में जीओ मोबाइल टावर में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर में कार्य के दौरान करंट लगने से बिजली कर्मी की मौत
Bokaro जिले के जरीडीह थाना क्षेत्र के आराजू गांव में लगे रिलायंस जीओ कंपनी के मोबाइल फोन टावर में 11 हजार एचटी विद्धुत कनेक्शन में फॉल्ट को दुरुस्त करने गये बिजली कर्मी की मौत करेंट लगने से हो गई। आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने मोबाइल टावर के सामने शव को रख कर धरना पर बैठे।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro : बोकारो जिले के जरीडीह थाना क्षेत्र के आराजू गांव में लगे रिलायंस जीओ कंपनी के मोबाइल फोन टावर में 11 हजार एचटी विद्युत कनेक्शन में फॉल्ट को दुरुस्त करने गये अनुबंध बिजली कर्मी कुर्बान अंसारी 33 वर्ष की मौत करेंट लगने से हो गई है। घटना शुक्रवार सुबह 8 बजे की है। जीओ टावर वाले कर्मी ने गंभीर रूप से घायल कुर्बान को जैनामोड़ रेफरल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने देखकर मृत घोषित कर दिया।
परिजन करने लगे मुआवजे की मांग
घटना की सूचना पाकर मृतक के परिजन कसमार थाना क्षेत्र के करमा गांव से घटना स्थल पर पंहुचे। शव को रखकर मुआवजा व नियोजन क मांग को लेकर धरना पर बैठ गये। आक्रोशित ग्रामीणों ने टावर को घेर लिया। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पंहुचे जरीडीह थाना व कसमार थाना पुलिस पहुंच गयी। लोगों को समझाने का प्रयास किया गया। इस बीच कोई अप्रिय घटना न हो जाए, इसको लेकर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक अपने पीछे पत्नी नईमा खातुन, बेटी नफिसा प्रवीण (7 साल ) व बेटा दानिश अंसारी (9 साल) छोड़ गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया कि मोबाइल टावर में लगे ट्रांसफार्मर में फॉल्ट को बनाने को लेकर मोबाइल टावर में कार्यरत कर्मी ने कुरबान को बुलाया था। जीओ कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं दिया गया। जिसके आहत ग्रामीणों ने टावर को बंद कराने की चेतावनी दी है। बाद में मुआवजे के तौर पर परिजन को 5 लाख रुपए और 8 हजार रुपए आजीवन पेंशन देने पर सहमति बनी है। इस मौक पर झारखंड सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री सह गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो, जिप सदस्य सुनिता टुडू, जरीडीह प्रखंड प्रशासन, जरीडीह थाना प्रभारी ललन रविदास, कसमार थाना प्रभारी उज्जवल पांडेय, बेरमो विधायक के निजी सचिव बिनोद महतो, मुखिया प्रतिनिधि आनंद बेसरा, घनश्याम महतो, निरंजन मिश्रा, जब्बार अंसारी आदि स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।