Bokaro: रिमांड और जमानत न्यायशास्त्र के प्रमुख मुद्दे विषय पर क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन ने दी बेल इज रूल, जेल इज एक्सेप्शन पर जानकारी
सार
•रिमांड और जमानत न्यायशास्त्र के प्रमुख मुद्दे विषय पर क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित।
• सम्मेलन में धारा 41 व 41ए दप्रस के तहत मुजरिमों को गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस के कर्तव्य व जिम्मेदारियों पर चर्चा।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बीएसएल के टीएंडडी सेंटर ऑडिटोरियम में रविवार को रिमांड और जमानत न्यायशास्त्र के प्रमुख मुद्दे विषय पर क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह सहित अन्य ने किया। न्यायमूर्ति ने बेल इज रूल, जेल इज एक्सेप्शन पर विस्तार से जानकारी दी। धारा 41 व 41ए दप्रस के तहत पुलिस द्वारा मुजरिमों को गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस के कर्तव्य व जिम्मेदारियों की चर्चा की, साथ ही कार्य को विस्तार से बताया। साथ ही न्यायमूर्ति ने उच्चतम न्यायालय के जजमेंट सतेंद्र कुमार अनटील बनाम सीबीआइ 2023 व अरनेस कुमार बनाम् बिहार राज्य में पुलिस तथा न्यायिक दंडाधिकारी को दिये गये सभी दिशा-निर्देश को पालन करने पर चर्चा की।
वादों के निष्पादन से संबंधित अनुभवों किया साझा
सम्मेलन के सम्मानित अतिथि मुख्य न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय सह संरक्षक प्रमुख न्यायिक अकादमी झारखंड न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने वादों के निष्पादन से संबंधित अपने अनुभवों को साझा किया। इंटरेक्शन सेशन में पुलिस पदाधिकारियों व पब्लिक प्रोसिक्यूटर आदि के कई वादों पर कानून सम्मत प्रकाश डाला गया। न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति आनंदा सेन ने बेल व अपराधिक जमानत से संबंधित नये पहलुओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
डिजिटल साक्ष्य को कैसे करें प्राप्त
डीजी सीआइडी अनुराग गुप्ता ने डिजिटल साक्ष्य को कैसे प्राप्त किये जाये। कैसे न्यायालय में प्रस्तुत किये जाये। उसे सरल तरीके से विस्तार से बताया। अधिवक्ता आनंदवर्धन ने अनुसंधान व त्वरित वाद निष्पादन व न्यायपालिका में तेजी से न्याय करने की चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। सम्मेलन में झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ने खादान एवं खनिज अधिनियम के तहत होने वाले अपराधों व प्रावधानों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
सम्मेलन में किया गया अभिनंदन
इससे पूर्व सम्मेलन स्थल पर मुख्य अतिथि न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह व सम्मानित अतिथि मुख्य न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय सह संरक्षक प्रमुख न्यायिक अकादमी झारखंड न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय व कार्यकारी अध्यक्ष झालसा न्यायमूर्ति एस चन्द्रशेखर, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय व प्रभारी न्यायाधीश न्यायिक अकादमी, झारखंड न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति आनंदा सेन, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति आर मुखोपाध्याय, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति राजेश शंकर, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति दीपक रौशन, न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति संजय प्रसाद न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय समेत झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश आदि को पुष्प गुच्छ देकर आदिवासी परंपरा के अनुसार ढ़ोल-नगारों के साथ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना, डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी प्रियदर्शी आलोक, डीडीसी कीर्तीश्री जी. सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारियों ने स्वागत किया।सम्मेलन में सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया एवं झारखंड हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति, न्यायाधीश, राज्य के विभिन्न जिलों से प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, न्यायिक पदाधिकारीगण, पुलिस पदाधिकारीगण, जिलों के वरीय पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, प्रशासनिक पदाधिकारी आदि मौजूद थे।