Bokaro Birsa Harit Aambagvani: बोकारो के कसमार प्रखंड के मुरहुलसुदी में वरदान साबित हो रही है बिरसा हरित आमबागवानी

Bokaro Birsa Harit Aambagvani: बोकारो के कसमार प्रखंड के मुरहुलसुदी में वरदान साबित हो रही है बिरसा हरित आमबागवानी

 

Bokaro Birsa Harit Aambagvani: बोकारो के कसमार प्रखंड मुरहुलसुदी पंचायत में 81 एकड़ भूमि पर लगा आम बागवानी किसी वरदान से कम नहीं है। पंचायत के दर्जनों किसान बंजर जमीन पर आम की फसल उगाकर लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं। फलों को बाजारों में भी रहे हैं बेचकर। 

 

अशोक महतो

न्यूज़ इंप्रेशन, संवादाता

Bokaro: बोकारो जिला मुख्यालय से पच्चास किलोमीटर दूर कसमार प्रखंड के सुदूरवर्ती मुरहूलसुदी पंचायत में बिरसा हरित आम बागवानी किसी वरदान से कम नहीं है। मुरहुलसुदी पंचायत के दर्जनों किसान बंजर जमीन पर अपनी लगन और मेहनत से आम की फसल उगा रहे हैं। लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं। जिस जमीन को लोग बंजर भूमि मानकर उस पर खेती करने से संकोच कर रहे थे। उसी भूमि पर मनरेगा व प्रदान ने बंजर जमीन पर आम की अलग-अलग वेराइटी की बागवानी लगाकर हरियाली लायी। इस जमीन पर आम की बागवानी करके किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे हैं। वहीं, फलों को बाजार में बेचकर लाखों रुपए कमा रहे हैं।

 81 एकड़ भूमि पर है आम बागवानी

मनरेगा व प्रदान के संयुक्त तत्वावधान में मुरहुलसुदी पंचायत में 81 एकड़ भूमि पर लगा है आम बागवानी, चौड़ा में पांच एकड़, भुरसाटांड़ में दस एकड़, मुरहुल में दस एकड़, सुदी में अट्टठारह एकड़, पाडी़ में नौ एकड़, कोतोगढा़ में तेरह एकड़ एवं गट्टीगढ़ा में छः एकड़ भूमि पर लगा है आम बागवानी।

मिश्रित खेती से भी होती है अच्छी आमदनी 

बदलते समय में किसानी का ट्रेंड भी बदल रहा है। परंपरागत खेती की जगह, अब किसान मिश्रित खेती पर आर्थिक रूप से सबल हो रहे हैं। मुख्य रूप से आम बागवानी में मौसमी सब्जियों की खेती से दोहरी आमदनी मिल रही है। वहीं, बागवानी में फलों के साथ-साथ तरबूज, खीरा, लौकी, करेला, प्याज तथा आलू की भी खेती कर बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं।

फल उत्पादन का हब बनेगा मुरहुलसुदी

बिरसा कृषि हरित कृषि आमबागवानी किसानों के लिए आय का एक स्त्रोत बनेगा। साथ ही मुरहुलसुदी फलों के निर्यातक के तौर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब होगा। योजना के तहत आम के बेहतर प्रभेद मल्लिका, और आम्रपाली के अलावा कई प्रजाति के पौधे लगाए गये है। जब सभी पेड़ बड़े हो जाएंगे और फल देने लगेंगे, तब मुरहुलसुदी आम के फलों का निर्यातक बन जाएगा। 

 हो रही है अच्छी आमदनी

– विभा कुमारी ने कहा वर्ष 2019-20 में आम बागवानी की शुरुआत की आम बागवानी से हमें रोज़गार मिला है। रोजगार के साथ-साथ फलों से अच्छी आमदनी हो रही है।

– आशा देवी ने कहा आमबावानी में फलों के साथ-साथ मिश्रित खेती भी करते हैं जिससे हमारी आमदनी दोगुनी हो गयी हैं।

-शास्त्री मूर्मू ने कहा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, हम मजदूरों का रोजगार के साथ-साथ फल व मिश्रित खेती कर अपनी जिंदगी खुशहाली से जी रहे हैं।

-मुरहुलसुदी पंचायत के मुखिया सरिता देवी ने कहा मनरेगा के तहत पंचायत में लगे आम बागवानी से किसानों को अच्छी आमदनी हो रही है। आमदनी के साथ-साथ रोजगार भी मिल रही है जिससे हमारे पंचायत में पलायन में कमी आयी है।

– कसमार के कार्यक्रम पदाधिकारी राकेश कुमार ने कहा बिरसा हरित आम बागवानी लाभुकों की मेहनत रंग लाई है। मुरहुलसुदी पंचायत में लगभग बंजर भूमि पर आमबागवानी लगाया जायेगा।

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