राष्ट्रीय लोक अदालत में 62873 वादों का किया गया निष्पादन, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमारी रंजना ने कहा—-लोक अदालत में सरल व सुलह तरीके से होता है वादों का निस्तारण
व्यवहार न्यायालय बोकारो व अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में 12 नवंबर को किया गया राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन।
Bokaro: व्यवहार न्यायालय बोकारो व अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका उदघाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो के अध्यक्ष कुमारी रंजना अस्थाना, उपायुक्त सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के उपाध्यक्ष कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक चन्दन कुमार झा सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया। वादों के निष्पादन के लिए व्यवहार न्यायालय बोकारो में आठ और अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में चार बेंचो का गठन किया गया था। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सर्वोच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है, जहां पर सरल और सुलह तरीके से वादों का निस्तारण किया जा रहा है।
प्राप्त किए गए 382689304 रू समझौता राशि :
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 69573 वादों के निष्पादन के लिए रखा गया। जिसमें से 62873 वादों का निष्पादन किया गया। लम्बित वादों की संख्या 1688 है। समझौता राशि के रूप में 382689304 रू (अड़तीस करोड़ छब्बीस लाख नवासी हजार तीन सौ चार) प्राप्त की गयी। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा दो केस कमशः क्रिमनल अपील से 12/2022 में तापेश्वरी देवी को 1,40000 रू और क्रिमनल अपील 56/2022 में मनवेन्द्रनाथ तिवारी को 12,5000 चेक दिया गया। वहीं प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय आलोक कुमार दुबे के यहां लोक अदालत में एक परिवार को टूटने से बचाया गया। जिसमें पत्नी अनु कुमारी उर्फ अनु सिंह, पति गौरव सिंह के बीच चार वाद थे, जिनका निपटारा उनके द्वारा किया गया। जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम पवन कुमार, न्यायालय के मोटर वाहन दुर्घटना क्षतिपूर्ति दो वादों में कुल 1973268 रूपये का चैक वितरण किया गया। बैंकों व बीमा कम्पनी का बेंचो के माध्यम से वादों का निस्तारण किया गया।
ये थे मौजूद :
इस अवसर पर कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे, श्रम न्यायालय के पीठासीन पदाधिकारी अनुज कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम पवन कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय राजीव रंजन, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ योगेश कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी दिव्या मिश्रा, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी लुसी सोसेन तिग्गा, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव नीभा रंजना लकड़ा, व्यवहार न्यायालय के प्रभारी न्यायाधीश प्रशान्त गुप्ता, बोकारो अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिमेष चौधरी, न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्तागण सहित सरकारी विभागों, बैंक व बीमा कंपनी पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।