न्याय की आस : बेटे की आत्महत्या में दोषियों को सजा दिलाने के लिए भटक रही मां, पत्नी से कलह के चलते अमित ने की थी खुदकुशी, पत्नी पर पुलिसवाले से अवैध संबंध का लगाया था आरोप, सीएम, डीसी एसपी से लगाई है न्याय की गुहार
Bermo : पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ जाय तो जिंदगी नरक बन जाती है। गिरिडीह निवासी वर्तमान में बेरमो की रहने वाली पार्वती देवी और उसके परिजन की स्थिति कुछ ऐसे ही है। जिसे जीते जी अपने बेटे की आत्महत्या का दर्द सहना पड़ रहा है। पार्वती देवी का बेटा अमित की शादी गोमिया के होसिर की रहने वाली शोभा देवी से 2018 में हुई थी। लेकिन शादी के बाद से ही शोभा अपना ससुराल नहीं रहना चाहती थी। अमित अपनी पत्नी की बात मानते हुए गोमिया में रहने लगा। बावज़ूद इसके शोभा देवी ने अपने पति अमित पर दहेज़ प्रताड़ना का केस कर दिया।
अमित को करने लगी प्रताड़ित :
केस करने के बाद गोमिया थाना के पूर्व एएसआई मुसाफिर यादव ने शोभा देवी के साथ मिलकर अमित को प्रताड़ित करने लगा। मृतक अमित का भाई पप्पू राम ने बताया कि शादी के बाद मेरी भाई की पत्नी ससुराल में नहीं रहना चाहती थी, जिसके कारण मेरे भाई अमित ससुराल में जाकर रहने लगा। वहां मेरे भाई के साथ झगड़ा भी हुआ था, इसके लिए पंचायत भी बुलानी पड़ी थी। लड़की की मां ने लिखित रूप में दिया था कि एक सप्ताह में लड़की को ससुराल भेज देंगे, परंतु वह अपनी बेटी को ससुराल नहीं भेजी। मेरा भाई अमित कई बार अपनी पत्नी को लेने के लिए ससुराल गया। फिर भी लड़की की मां उसे ससुराल नहीं आने दी। इसके बाद लड़की और उसके परिजन ने हम सभी परिवारों पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कर दिया।
एएसआई हमेशा घर करता था आना जाना : जब गोमिया थाना में हम सभी को बुलाया गया तो वहां का थाना प्रभारी बोले कि अपने भाई को कुछ दिन अपने ससुराल रहने दो। जब सब सही हो जाएगा तो फिर वापस चला जाएगा। मेरा भाई गोमिया में ही एक क्वार्टर ले लिया। जहां गोमिया थाना के पूर्व एएसआई मुसाफिर यादव का परस्पर आना जाना लगा रहता था। वे लोग हमेशा मेरे भाई के साथ मारपीट किया करते थे। मेरा भाई अमित उसका एक वीडियो बनाकर अपने मोबाइल में रखा था। मेरे भाई ने बयान भी दिया था कि मुसाफिर यादव और अपनी पत्नी को रंगे हाथ पकड़े जाने पर उन लोगों ने मुझे बहुत बुरी तरह से मारा पीटा था। उसी दिन मेरा भाई अमित ने जहर खा लिया तथा घर फोन किया। जब अपने भाई को खोजने के लिए निकला तो रामविलास स्कूल के पास पुल में सोया हुआ मिला। उसे फौरन जहर खाने के वजह से अस्पताल ले गए। जिसका इलाज बोकारो के मुस्कान अस्पताल में चला लेकिन उसका निधन हो गया।
नहीं हुई कोई कानूनी कार्रवाई :
आलम यह है कि बोकारो एसपी को भी लिखित आवेदन दी गई। बावजूद इसके अभी तक उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है। परिजन चाहते है कि उसे बेटे के दोषियो को सजा मिले। जिसमें मृतक अमित की पत्नी शोभा, उसकी सास और गोमिया थाना के पूर्व एएसआई मुसाफिर यादव शामिल है। अमित की मां पार्वती देवी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मदद की गुहार लगाई है। आरोपी एएसआई वर्तमान में तेनू जेल में तैनात हैं, का कहा है कि यह आरोप पूरी तरह निराधार व गलत है। केश के आईओ होने के कारण अनेको बार मैं जांच पड़ताल के लिए उसके घर गया था और जांच उपरांत जांच रिपोर्ट थाना प्रभारी को सौंप दिया। उन्होंने कहा कि उक्त आरोप की जांच पहले से ही चल रही है। जबकि पीड़ित परिवार बोकारो एसपी, डीसी के अलावा मुख्यमंत्री तक न्याय के लिए गुहार लगा चुके हैं।