खतियानी महाजुटान : झारखंड में बाहरी भाषा नाय चलतो, झारखंड में स्थानीय नीति लागू कराने के लिए युवाओं को आंदोलन करना होगा तेज 

1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने सहित अन्य मांगो को लेकर बुधवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के बैनर तले बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड अंतर्गत ऊपरघाट के बरई पंचायत जुरामना हरलाडीह बुध बाजार टांड में खतियानी महाजुटान हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्रांतिकारी टाईगर जयराम महतो व मोती लाल महतो उपस्थित थे।

लोगों को संबोधित करते हुए महतो ने कहा स्थानीय नीति के आधार पर झारखंड के नौकरियों पर पहला अधिकार झारखंडियों को मिलनी चाहिए। हमारी लड़ाई तब तक चलेगी, जब तक कि झारखंडियों के लिए स्थानीय नीति न बन जाए। आगे उन्होंने कहा आंदोलन को तेज करने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। झारखंड में बाहरी भाषा नाय चलतो, क्योंकि हम लोग बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में जाते हैं तो वहां के लोगों द्वारा स्थानीय भाषा बोला जाता है। हम लोगों को वहां पहचानता भी नहीं है। मोती लाल ने कहा अपने हक- अधिकार की लड़ाई और झारखंडी भाषा, कला व संस्कृति को बचाने के लिए नौजवानों को आगे आने होगा।

ये हुए शामिल :
खतियानी महाजुटान में देव नारायण महतो, दीपू अग्रवाल, पूरन महतो,
डालेशवर महतो, खेमलाल महतो,
खिरोधर महतो, खगेंद्र कुमार, मुखिया ललिता देवी, बसंती देवी, पूर्व मुखिया योगेंद्र कुमार रंजन, रेवत लाल महतो, मनोज महतो, अजय कुमार जोधा, महतो लाल, मोहन तुरी, बालेश्वर महतो, हेमलाल महतो सहित हजारों लोग मौजूद थे।

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