हाथी का उत्पात : भस्की में जंगली हाथियों का आंतक, कई किसानों के धान के फसलों को रौंदा, क्षतिपूर्ति के साथ की गांव वालों ने हाथियों से बचाव के लिए मांगा टॉर्च लाइट व किरासन तेल
KASMAR : कसमार सीमा से सटे जरीडीह प्रखंड अंतर्गत भस्की पंचायत के भस्की, कदमाटांड , सुसारी, लिपु, रोरीया, उरुमशुकूम आदि गांव के मनसु मुंडा, संतोष कुमार महतो, राहुल कुमार महतो, राजेश कुमार महतो, अजित कुमार महतो, धनेश्वर महतो, समरेश कुमार महतो, बुंदिया देवी, बिणा देवी समेत दर्जनों किसानों के खेतों में लगे धान फसलों को एक हाथी खा गया। बता दें कि कई जंगली हाथी भस्की पंचायत जंगल की ओर से गांव के निकट खेतों में लगे फसलों को खा गया और बर्बाद कर दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग को हाथी आने की सूचना दी। हाथी द्वारा फसल क्षतिपूर्ति की मांग वन विभाग से की गई है। भस्की पंचायत में लगातार तीन दिनों से जंगली हाथियों का उत्पात शाम होते ही शुरू हो जाता है। पूरे प पंचायत में दहशत का माहौल हो जाता है। किसानों ने बताया कि वन विभाग की उदासीनता के कारण राहत कोष के नाम पर कुछ भी मुहैया नहीं कराया जा रहा है ना ही वन विभाग को कोई फ़िक्र है। रक्षा टीम को टेलीफोन पर सूचना देने के एक घंटे ढेड़ घंटे बाद पहुंचती हैं। उतने देर में फसल नष्ट हो जाता है। छोटे किसानों ने विभाग से निवेदन किया है कि हम गांव वालों को हाथियों से बचाव के लिए टॉर्च लाइट, मार्शल, किरासन तेल व पटाका आदि मुहैया कराया जाए। हाथी मंगलवार यानी 27 सितंबर की रात 8 बजे आ धमका और फसल खाने लगा। केरोसिन तेल नहीं रहने के कारण ग्रामीण हाथी को भगाने में असमर्थ रहे। गांव वालों को हाथी से बचाने के नाम पर वन विभाग का दावा खोखला साबित हो रहा है।