स्थित गुरुद्वारा में शनिवार को गुरु नानक देव जी व माता सुलखनी जी का मना विवाह वर्षगांठ
बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर दो स्थित गुरुद्वारा में शनिवार को गुरु नानक देव जी व माता सुलखनी जी के विवाह वर्षगांठ पर अखंड पाठ का आयोजन किया गया। सिख समुदाय के श्रद्धालु प्रात:काल मन में भक्ति भाव लिए गुरुद्वारा पहुंचे। उन्होंने ग्रंथी के साथ गुरु नानक देव जी व माता सुलखनी जी को नमन किया। जीजीइएस के सचिव सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने गुरु नानक देव जी की शादी पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला इलाके के निवासी मूलचंद की पुत्री सुलखनी जी के साथ हुआ था। इनकी शादी की सालगिरह मनाने की परंपरा को बाबा दा विया शुरु की गई। दुल्हन के पिता भव्य रूप से विवाह समारोह करना चाहते थे। लेकिन गुरु नानक देव जी ने साधारण अनुष्ठान का विकल्प चुना। कहा कि
गुरु नानक देव जी ने लोगों को प्रेम, शांति व सद्भाव का संदेश दिया। इनके बताए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। गुरु के गुरमेल सिंह ने कहा कि दार्शनिक, समाजसेवी, कवि व धर्म सुधारक थे। गुरु जी ने समाज को दिशा प्रदान की। इनके बताए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। इस दौरान करनाल के भाई सतनाम सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह, ज्ञानी धरम सिंह, हर्षप्रीत कौर व रविदीप सिंह ने शबद-कीर्तन के माध्यम से गुरु नानक देव व माता सुलखनी जी की महिमा का बखान किया। अखंड पाठ का समापन किया गया। अंत में लोगों ने लंगर छका। मौके पर दलबीर सिंह, सुरजीत सिंह, हरदेव सिंह, इकबाल सिंह, यशपाल सिंह, राम सिंह, लखविंदर सिंह, दलजीत सिंह, तजेंदर सिंह, सरबजीत सिंह, रंजीत सिंह, गुरमीत सिंह, तरसेम सिंह, रणजीत, दीपा सिंह, प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।