सोच बदलो, बेटियां बेटों से कम नहीं, दहेज प्रथा है समाज का कलंक
Bokaro: बोकारो पब्लिक स्कूल, सेक्टर 3 की ओर गुरुवार को बोकारो मॉल के सामने के दहेज के प्रति जन जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्कूली छात्राओं ने संदेश दिया कि एक लड़की बेटी भी होती है और मां भी। इसके माध्यम से संदेश दिया गया की लड़की लड़कों की तरह पढ़ सकती है, खेल सकती है, जरूरत है अपनी सोच बदलने का। दर्शकों ने नुक्कड़ नाटक को पूरा सराहा। वही, शिक्षकों ने कहा कि दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई व कलंक है। दहेज प्रथा के दुष्परिणामों के प्रति सामाजिक चेतना जगाने की जरूरत है, ताकि समाज में समाज में दहेज की मांग करने वालों की प्रतिष्ठा कम हो। आयोजन में अजीत झा, केदार कुमार व पूनम चौधरी का योगदान सराहनीय रहा।