सत्याग्रह : जब तक समाधान नहीं, तब तक जारी रहेगा आंदोलन
- वेतन पुनरीक्षण मांग को लेकर बीएसएल के वर्ष 2008-10 बैच के जूनियर अधिकारी अड़े हुए हैं।
बोकारो नगर के सेक्टर 4 गांधी चौक के समीप इनका सत्याग्रह शुक्रवार को 27 वां दिन भी जारी रहा। सत्याग्रह पर डटे अधिकारी मनोज कुमार ने कहा पिछले 14 वर्ष से वेतन पुनरीक्षण नहीं होने से बीएसएल में कार्यरत लगभग ढाई सौ अधिकारी प्रभावित हैं। इससे आर्थिक, सामाजिक, मानसिक व सम्मान की क्षति हो रही है। उसके बाद भी सेल प्रबंधन के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। हम अधिकारी भी अपनी को लेकर अड़े हुए हैं कि जबतक सम्मानपूर्वक समाधान प्रबंधन नहीं करती है तबतक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
क्या है मामला:
वर्ष 2015-16 में वेतन पुनरीक्षण पॉलिसी के तहत कुछ अधिकारियों का चयन कर पदोन्नति किया गया, जिसमें 2008 -10 बैच के अधिकारियों की पदोन्नति नहीं की गई। महारत्न कम्पनी के लिए इस तरह का भेदभाव बरतना शर्मनाक है। जिससे वेतन में काफी अंतर हो गया और मान सम्मान पर ठेस पहुंची है।
1500 अधिकारी लाभ से वंचित:
पूरे सेल में लगभग डेढ़ हजार जूनियर अधिकारी इस लाभ से वंचित हैं, जबकि इसके उत्पादन व लाभ में इन अधिकारियों का योगदान किसी से कम नहीं है। सत्याग्रह में एके सिंह, बीपी सिंह, एके चौबे, ललन सिंह, अनिल कुमार, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार पांडेय, कुमार मासूम, एसके झा, डीआर पांडेय, आरपी सिंह, उपेंद्र प्रसाद, सुरेश प्रसाद, पी राम, जेपी मिश्रा, यू एस सहाय, बीडी रजवार आदि शामिल हैं।