बिरसा मुंडा की जयंती पर लोगों ने किया नमन, शिक्षा मंत्री जगरनाथ ने कहा—-बिरसा मुंडा थे एक महान स्वतंत्रता सेनानी
Bokaro: धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड राज्य के 22वां स्थापना दिवस पर बोकारो जिले में शहर से लेकर गांव तक, स्कूल से लेकर जिला प्रशासन, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों तक उत्सव का धूम रहा। मंत्री, विधायकों, नेताओं, पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों और सामाजिक संगठन के लोगों ने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। जिले में मुख्य समारोह का आयोजन नया मोड़ स्थित भगवान बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल के समीप किया गया। बिरसा मुंडा जयंती समारोह समिति की ओर से भगवान बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती व राज्य के 22वीं वर्षगांठ मंगलवार को धूमधाम से मनायी गयी। दियुरी रामचंद्र बिरुवा, गंगाधर पुर्ती व सुशील सोरेन ने आदिवासी रीति रिवाज से पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष योगो पुर्ती ने की। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, डीसी कुलदीप चौधरी, डीडीसी कीर्तीश्री जी, एसपी चंदन कुमार झा, चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों व समिति के सदस्यों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर शिक्षा मंत्री श्री महतो ने कहा कि बिरसा मुंडा एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। समिति के अध्यक्ष श्री पुर्ती ने बताया कि बीते 47 वर्षों से समिति द्वारा नयामोड़ स्थित बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जा रही है।
संकल्प सभा का आयोजन : समिति के सदस्य राजकुमार गोराई के नेतृत्व में संकल्प सभा का आयोजन किया। उपस्थित सभी लोगों ने बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल गोलंबर में एक दूसरे का हाथ पकड़कर जल, जंगल और जमीन की रक्षा, अपनी भाषा संस्कृति-रीति रिवाज को अक्षुण्ण रखने, सीएनटी-एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करवाने, वीर बिरसा, सिद्धों कान्हु, चांद भैरो, फूलो झानों के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान स्व. करम सिंह संडील एवं सहित के आजीवन सहयोग के लिए दो मिनट का मौन सभा रखा गया।
किए गए सम्मानित: इस मौके पर विभिन्न सरना स्थल एवं जाहेर थान के नायके बाबा, मांझी हड़ाम, पाहन और दियुरी को सम्मानित किया गया। शाम होते ही बाहागढ़, स्टील टोला, रितुडीह, गुंचा टोला, जाटा टोला, जयपाल नगर, बिरसा बासा, गुमला नगर सेक्टर-4 सहित अन्य आदिवासी गांवों लोग जुलूस की शक्ल में बिरसा चौक पहुंचे और अपने भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया। सांस्कृतिक दल जयपाल नगर की ओर से बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश,अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) संजय कुमार, अधिशासी निदेशक (वित्त एवं लेखा) सुरेश रंगानी, अधिशासी निदेशक(सामग्री प्रबंधन) अमिताभ श्रीवास्तव, अधिशासी निदेशक (परियोजनाएं) चितरंजन महापात्रा, अधिशासी निदेशक (झारखंड ग्रुप ऑफ़ माइंस) जे दास गुप्ता सहित अन्य बीएसएल अधिकारियों का स्वागत हो नृत्य कर किया गया। निदेशक प्रभारी श्री प्रकाश ने कहा कि हमें भगवान बिरसा मुंडा के बताये रास्ते पर चलने की जरूरत है। तभी हम देश को मजबूत बना सकेंगे। शाम में विभिन्न सांस्कृतिक दलों सहित आसस विद्यालय के विद्यार्थियों ने आदिवासी सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया।
अयोजन में किया सहयोग : कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष योगों पूर्ति, रेंगो बिरुवा, झरीलाल पात्रों, रामदयाल सिंह, अधिवक्ता रंजीत गिरी, संजू सामंता, संजय गागराई, महेश मुंडा, फूलचंद एक्का, सुनील पूर्ति, बबलू गोडसोरा, गोपाल हांसदा, रामकुमार मांझी सहित अन्य का योगदान रहा।