बगदा गांव के मांझी हड़ाम विश्वनाथ मरांडी के निधन, शोक की लहर, मांझी हड़ाम के निधन पर 6 गांवों में गोठपूजा, गोहालपूजा व बरदखुंटा नहीं मनाने का लिया निर्णय
Kasmar: कसमार प्रखंड अन्तर्गत बगदा गांव के मांझी हड़ाम ( नाया) विश्वनाथ मरांडी (70 वर्ष ) का मंगलवार सुबह करीब 7 बजे इलाज के दौरान बीजीएच में निधन हो गया। स्वर्गीय मरांडी एक दिन पूर्व सोमवार को मुंगो गांव गोठपूजा करने के गए हुए थे। उसी समय ब्रेनहेमरेज हो गया था। उसके बाद तुरन्त बड़ा पुत्र नारायण मरांडी , चूनीलाल मरांडी तथा छोटा पुत्र अखिलेश्वर मरांडी इलाज कराने के लिए सोमवार शाम को बीजीएच में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान निधन हो गया। गांव में स्वर्गीय मरांडी का शव पहुंचते ही मातम छा गया। गांव के निकट काड़ा धोवा नदी नामक स्थान पर दाह संस्कार कर दिया गया। बता दें कि स्वर्गीय मरांडी बगदा गांव, सिंहपुर, मुंगोबगदा, मंजूरा, हरनाद, तथा भवानीपुर गांव के नाया ( मांझी हड़ाम ) थे। उन्होंने तीन पुत्र समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए है। उनके निधन से 6 गांवों के ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया की नाया व मांझी हड़ाम के सम्मान में गोठपूजा, गोहालपूजा तथा बरदखुंटा पर्व नहीं मनाने का निर्णय लिया है। शोक व्यक्त करने वालों में गोमिया विधायक डाॅ लंबोदर महतो, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो, 20सूत्री अध्यक्ष दिलीप हेंब्रम, बगदा मुखिया गीता देवी, लोदकियारी के मांझी हड़ाम रधुनाथ मांझी, मृतक के साला पंकज मरांडी , संजय सिंह, चाॅदमुख महतो, सिध्देश्वर प्रजापति, प्रकाश महतो, भूषण महतो, ठाकुरदास महतो, ब्रजेश मुर्मू, रणदेव कुमार मुर्मू , मंटु प्रजापति, अशोक महतो पाहन, जानकी महतो सहित अन्य शामिल हैं।