पहल : ऑब्जरवेशन होम के बच्चों को समाज के मुख्यधारा से जोड़ने व मानसिक विकास के लिए डीएलएसए है प्रयासरत
बोकारो के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो के अध्यक्ष कुमारी रंजना अस्थाना ने शुक्रवार को ऑब्जरवेशन होम (संप्रेषण गृह) चास का निरीक्षण किया।
प्रधान जिला जज ने निरीक्षण के दौरान बच्चों के शिक्षा, सुरक्षा, रहन-सहन, शारीरिक स्वास्थ्य, खेल और योग की जानकारी ली। उन्होंने कहा इन बच्चों के बेहतर देखभाल और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार प्रयासरत है। डीएलएसए बच्चों की शिक्षा के लिए उचित सुविधा प्रदान करेगा। इन्हें पुस्तकें, पेन, पेंसिल मुहैया कराया जाएगा। साथ ही इनके स्वास्थ्य, खानपान, रखरखाव की व्यवस्था के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। मानसिक व आध्यात्मिक विकास के लिए इन्हें योग का ट्रेनिंग कराई जाएगी। साथ ही खेल, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण और व्यावसायिक शिक्षा की दिशा में पहल किया जाएगा। इस अवसर पर प्राधिकार के सचिव निभा रंजना लकड़ा, न्याय बोर्ड के प्रधान दंडाधिकारी भूपेश चन्द्र, न्यायाधीश व्यवहार न्यायालय के प्रभारी प्रशांत गुप्ता, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शंकर रवानी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्य बाला सिन्हा, अनीता झा, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अश्विनी कुमार, उमा त्रेहान सहित अन्य मौजूद थे।