नव वर्ष पर खास: ललित सरदाना ने कहा मौके जीवन में कई मिलते हैं, लेकिन किस मौके को अंतिम बनाना है, ये आपके हाथ में ही होता है

Madhay Pradesh: नया साल, खुद को नई ऊर्जा नए जोश से भरने के साथ-साथ, खुद को अधिक ढृढ़ संकल्पित और खुद के लिए अधिक ईमानदार बनाने का साल बढ़ जाती है। प्रतियोगी छात्रों की जिम्मेदारी और खुद के प्रति वफादारी निभाने वाले हर नए साल के साथ हम सभी को कुछ नए और बेहतरी की उम्मीद होती है। जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे ज्यादातर छात्रों को ‘अटेम्प्ट क्लियर’ करने की टेंशन ही सताती रहती है। ऐसे में नए साल को किसी टेंशन की बजाए, प्रॉपर प्लानिंग के साथ शुरू किया जाए, तो आने वाली हर चुनौती से पार पाया जा सकता है। मध्य प्रदेश के देवास में स्थित सरदाना इंटरनेशनल स्कूल के फाउंडर और अध्यापक ललित सरदाना बताते हैं, नया साल, खुद को नई ऊर्जा, नए जोश से भरने के साथ-साथ, खुद को अधिक ढृढ़ संकल्पित और खुद के लिए अधिक ईमानदार बनाने का भी है। लेकिन 10वीं 12वीं या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ज्यादातर छात्र, एक कॉमन समस्या से जूझ रहे होते हैं कि वह प्लानिंग तो पूरी करते हैं, लेकिन उस पर अमल करने से हर बार चूक जाते हैं। फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स जैसे महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स खुद ही पढ़ाने वाले ऑल इंडिया 243वीं रैंक होल्डर, आईआईटी दिल्ली पास आउट सरदाना सर कहते हैं कि यदि एक बच्चा इस बात को समझने में सक्षम है कि ‘मौके जीवन में कई मिलते हैं, लेकिन किस मौके को अंतिम बनाना है, ये आपके हाथ में ही होता है’, तो वह अपने रूटीन के हिसाब से चलने में काफी अनुशासित रहेगा। हालांकि बहुत से बच्चें दिनचर्या तो बना लेते हैं लेकिन उस पर अमल नहीं कर पाते। और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ज्यादातर छात्र इस बात को लेकर डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं। लेकिन कुछ छोटी-छोटी आदतों को शामिल कर के, अपनी दिनचर्या के हिसाब से, दिन को आसानी से ढाला जा सकता है।

एक ठोस, विशेष और प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करें

स्पष्ट रूप से परिभाषित करें कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं, और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक योजना बनाएं। अपने लक्ष्यों को छोटे, अधिक प्रबंधनीय कार्यों में विभाजित करें और ट्रैक पर बने रहने के लिए अपने लिए समय सीमा निर्धारित करें।

एक शेड्यूल बनाएं प्रत्येक दिन या सप्ताह के लिए एक शेड्यूल बनाएं जिसमें पढ़ाई, एक्सट्रेकरिकुलर गतिविधियों और अन्य प्रतिबद्धताओं के लिए समय शामिल हो। अनचाही घटनाओं या आपात स्थितियों के लिए अपने शेड्यूल में कुछ लचीलापन छोड़ना सुनिश्चित करें।

व्यवस्थित रहें : अपने कार्यों और समय सीमा का ट्रैक रखने के लिए योजनाकार या कैलेंडर का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि आपके पास पढ़ने के लिए एक पर्टिकुलर स्थान है और अपनी सारी सामग्रियों को व्यवस्थित रखें।

केंद्रित रहें: एक शांत, व्याकुलता-मुक्त स्थान ढूंढकर पढाई करते समय, समय बर्बाद करने वाले आकर्षणों से बचें। अपना फ़ोन बंद कर दें या सोशल मीडिया और अन्य डिस्ट्रक्शन के अपने उपयोग को सीमित करें।

ब्रेक लें : अपने दिमाग को आराम देने और रिचार्ज करने का मौका देने के लिए ब्रेक लेना महत्वपूर्ण है। हर 50-90 मिनट में टहलना, घूमने या कुछ आनंददायक करने के लिए ब्रेक लें।

मदद लें : जरूरत पड़ने पर मदद मांगने से न डरें। यदि आपको किसी विषय में परेशानी हो रही है तो अपने शिक्षक या ट्यूटर से बात करें, और एक स्टडी ग्रुप में शामिल होने या स्टडी पार्टनर के साथ काम करने पर विचार करें।

अपना ख्याल रखें : सुनिश्चित करें कि पर्याप्त नींद लें, स्वस्थ भोजन करें और स्वस्थ व ऊर्जावान रहने के लिए शारीरिक गतिविधियों में लगे रहें। व्यायाम या योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। हमें उम्मीद है कि आपको इन टिप्स के माध्यम से अपना नया साल कुछ नए लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *