चुनौती : सरकार खतियान आधारित स्थानीय नीति नहीं बनाती है तो झुमरा पहाड़ पर बनायेंगे हम अगली सरकार
जबतक हम झारखंडियों को खतियान आधारित स्थानीय नीति व नियोजन नीति नहीं मिलती है। तब तक राज्य सरकार से हमारी लड़ाई अनवरत जारी रहेगी। अगर सरकार हमारी मांग को नजरंदाज करती है तो आने वाले दिनों में हम झारखंड की सरकार रांची में नहीं झुमरा पहाड़ पर बनायेंगे। यह कहना है झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के संयोजक टाईगर जयराम महतो का। वे शुक्रवार को बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के टांगटोना पंचायत के बगियारी मोड़ स्थित मंगलचंडी मैदान में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति कसमार प्रखंड इकाई द्वारा आयोजित खतियानी महाजूटान में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर अलग झारखंड राज्य का निर्माण हुआ। वह 22 साल बीतने के बाद भी पूरा नहीं हुआ। सरकारी तथा गैर-सरकारी नौकरियां में बाहरी लोग हावी हैं। कहा कि हम झारखंड के सीधे-साधे भोले-भाले लोग बाहरी लोगों के झांसे में आकर अपनी गौरवशाली भाषा संस्कृति, पर्व त्योहार को धीरे-धीरे भूलते जा रहे हैं। आज हमें अपनी जल, जंगल, जमीन, भाषा संस्कृति, पर्व त्योहार जैसी विरासत को बचाने की जरूरत है। कार्यक्रम में लोकगीत गायिका रेवती महतो ने झारखंडी गीत गाकर लोगों हौसला बढ़ाया गया। अध्यक्षता अमरेश कुमार महतो तथा संचालन मिथलेश कुमार महतो ने किया। मौके पर खतियान आंदोलनकारी मोतीलाल महतो, रिजवान अंसारी, भुनेश्वर महतो, मिथलेश महतो, सुकदेव राम, अंसुधन महतो, गयाराम महतो, भुनेश्वर महतो, प्रयाग करमाली, सुबोध कुमार महतो, मानु देव गुलिआर, यादव कुमार महतो, सोहित कुमार महतो, अशोक कुमार महतो, बिपिन कुमार महतो सहित सैकड़ों मौजूद थे।