लोक अदालत में 70 हजार से अधिक वादों के निष्पाद, पीडीजे कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा— ऐसा प्लैटफॉर्म, जहां दोनों पक्ष होता है विजेता की भूमिका में
Bokaro: शनिवार को व्यवहार न्यायालय बोकारो व अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। न्याय सदन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष कुमारी रंजना अस्थाना की अध्यक्षता में लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में 79250 वादों में से 70063 वादों का निष्पादन किया गया।
वादों के निष्पादन के लिए व्यवहार न्यायालय बोकारो में आठ और अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में चार बैंचो का गठन किया गया। इसके माध्यम से कुल 79250 वादों को निष्पादन के लिए रखा गया, जिसमें से 70063 वादों का निष्पादन किया गया। इनमें 2421 वाद लंबित है। वादों के निष्पादन में समझौता राशि 435683970/ प्राप्त की गयी। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बोकारो के द्वारा 19 विभिन्न वादों को निष्पादन कर कुल समझौता राशि 86,82,307/ प्राप्त हुआ। साथ ही आलोक कुमार दुबे प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय के द्वारा 48 वादों में समझौता कराकर निष्पादन करते हुए परिवारों को टुटने से बचाया गया। अनुज कुमार पीठासीन पदाधिकारी, श्रम न्यायालय ने चार श्रम वादों का निष्पादन किया, जिसमें 3092053.92 रूपये समझौता राशि के रूप में चैकों का वितरण किया गया।
किया गया कार्यक्रम आयोजित :
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, उपायुक्त कुलदीप चौधरी, एसपी चंदन कुमार झा ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन किया। इस मौके पर पीडीजे ने कहा कि यह ऐसा प्लैटफॉर्म है जिसमें दोनों पक्ष विजेता की ही भूमिका में होता है। जहां पर सरल व सुलह तरीके से वादों का निस्तारण किया जाता है। मौके पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय आलोक कुमार दुबे, पीठासीन पदाधिकारी, श्रम न्यायालय अनुज कुमार, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिमेष चौधरी, लोक अदालत के स्थायी अध्यक्ष ब्रजेश नारायण मिश्र, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम पवन कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय राजीव रंजन, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ योगेश कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी दिव्या मिश्रा, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी लुसी सोसेन तिग्गा, जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव नीभा रंजना लकड़ा सहित अन्य मौजूद थे।