खेती किसानी है जीवन का आधार, इस पर निर्भर है करता दुनिया का वजूद
बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के दांतू स्थित प्लस टू हाई स्कूल के बच्चों के बीच सोमवार को बनो किसान संस्था व उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी रांची की ओर से खेती किसानी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षक प्रसेनजीत ने कहा कि खेती किसानी ही हमारे जीवन का आधार है। इस पर ही दुनिया का वजूद निर्भर करता है। अगर खेती नहीं करेंगे, तो अनाज या साग सब्जी का उत्पादन नहीं होगा। इस स्थिति में चाहे बड़े से बड़े नौकरी करें या व्यवसाय हर स्थिति में इंसान को जिंदा रहने के लिए तीन वक्त भोजन जरूरी है। कृषि स्नातक कोर्स के छात्र छात्राओं ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि खेती किसानी के कार्य को कभी छोटा न समझें। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के इन स्कूलों के अधिकांश बच्चों के अभिभावक किसान वर्ग से है। इस दौरान बच्चों ने खेती किसानी को लेकर विशेष रूप से तैयार किये गए नुक्कड़ नाटक किसान के दर्द को समझो की भी प्रस्तुति की। मौके पर विद्यालय के प्राचार्य बासुदेव कुमार, बनो किसान की सचिव आकांक्षा कुमारी, प्रवीण कुमार, बलदेव रजवार, मंतोष महतो, मुकेश महतो, ओमप्रकाश, ऋषिका, अमीर, अक्षय, आस्था, शबाना, सपना, अर्जित, अमीषा, चंदन, मेगा, रूपम, संचय, सुमित, प्रियंका, सिमरन, दीक्षा, जानवी, रोशन, सिद्धार्थ, उत्सव व अन्य बच्चों के अलावा विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षक मौजूद थे।